Saturday, April 15, 2017

हमें रास्तों की जरूरत नहीं है

तुम्हीं से ज्ञान का दीपक जला है
तुम्हीं से घनघोर अंधेरा मिटा है

तुम जो नहीं गुरुजी कुछ भी नहीं है
हमें रास्तोओं की जरूरत नहीं है
हमें तेरे पैरों के निशान मिल गए हैं -2

तुम ही हो शिव और ब्रह्मा का संगम
सब कुछ तुम्हारा सब तुमको अर्पण
अब तेरा मैं हूँ , मुझमें ही तू है
हमें रास्तोओं की जरूरत ••• 2

छाये जो दिल पे गम का अंधेरा
तन्हाईओं ने जो मन को घेरा
खिलता सबेरा लेकर तू रूबरू है
हमें रास्तों की •••2

कलियों मैं तू है फूलों मैं तू है
सागर की एक एक लहर मैं भी तू है
कहीं भी मैं जाऊं बस तू ही तू है
हमें रास्तों की •••2

जन जन की सेवा यही मेरी पूजा
तुम ही तुम ही कोई न दूजा
तुमसे है सब कुछ रोशन कण कण में तू है
हमें रास्तों •••2

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